पीसीएस (मुख्य) परीक्षा 2017 की घोषित तारीख पर
कुछ अभ्यर्थियों ने विरोध जताया है। उप्र लोकसेवा आयोग पर पहुंचकर सचिव से परीक्षा
स्थगित करने की मांग की। उनके जवाब से संतुष्ट न होने से सड़क पर जाम लगा दिया,
जिसे पुलिस और प्रशासनिक अफसरों ने खुलवाया।1भ्रष्टाचार
मुक्ति मोर्चा के बैनर तले अभ्यर्थी सुबह 10 बजे से ही जुटने
लगे। कहा कि आयोग परीक्षाओं की तारीखें निर्धारित करने में मनमानी कर रहा है।
नारेबाजी कर रहे अभ्यर्थियों ने कहा कि आयोग ने पीसीएस की मुख्य परीक्षा 18
जून से घोषित की है जबकि मध्य प्रदेश आयोग से असिस्टेंट प्रोफेसर
परीक्षा 18 और 19 जून को प्रस्तावित
है। 21 जून से बीपीएससी का साक्षात्कार है। तीन जून से
यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा होनी है। ऐसे में अभ्यर्थियों के लिए परीक्षाओं को
प्राथमिकता देना मुश्किल हो गया है। अध्यक्ष कौशल सिंह के नेतृत्व में अभ्यर्थियों
का प्रतिनिधि मंडल सचिव जगदीश से मिलने पहुंचा। सचिव के पक्ष पर असंतोष जताया। कहा
कि जल्दी इस संबंध में मुख्यमंत्री से मुलाकात की जाएगी।
वार्ता की वीडियो रिकॉर्डिग पर मिली फटकार
जिस समय अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि मंडल आयोग के सचिव कार्यालय में वार्ता कर रहा था तभी उनमें एक अभ्यर्थी चुपके से मोबाइल फोन पर वार्ता की वीडियो रिकॉर्डिग बनाने लगा और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की कोशिश की। सचिव जगदीश की उस पर नजर पड़ी तो उन्होंने फटकार लगाई। वहीं मौजूद अन्य अधिकारियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और खींची हुई फोटो डिलीट करवाई। हालांकि चेतावनी देकर उसे छोड़ दिया गया।
वार्ता की वीडियो रिकॉर्डिग पर मिली फटकार
जिस समय अभ्यर्थियों का प्रतिनिधि मंडल आयोग के सचिव कार्यालय में वार्ता कर रहा था तभी उनमें एक अभ्यर्थी चुपके से मोबाइल फोन पर वार्ता की वीडियो रिकॉर्डिग बनाने लगा और उसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की कोशिश की। सचिव जगदीश की उस पर नजर पड़ी तो उन्होंने फटकार लगाई। वहीं मौजूद अन्य अधिकारियों ने उसका मोबाइल छीन लिया और खींची हुई फोटो डिलीट करवाई। हालांकि चेतावनी देकर उसे छोड़ दिया गया।