प्रदेश में
शिक्षक भर्ती के लिए नए आयोग के गठन की मंजूरी मुख्यमंत्री से मिल चुकी है लेकिन
गठन की प्रक्रिया अभी शुरू नहीं हुई है। इसके तहत उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग, माध्यमिक शिक्षा
सेवा चयन बोर्ड और बेसिक शिक्षा परिषद के स्तर से होनी वाली शिक्षक भर्ती अब एक
आयोग ही करेगा। आयोग का गठन लंबित होते से प्रदेश के आशासकीय कॉलेज में असिस्टेंट
प्रोफेसर के तकरीबन एक हजार पदों पर भर्तियां फंस गई है। भर्ती प्रक्रिया जल्द
शुरू किए जाने की मांग को लेकर प्रतियोगी छात्रों ने शुक्रवार को उच्च शिक्षा
निदेशालय में प्रदर्शन किया।
प्रदेश के
अशासकीय महाविद्यालयों में असिस्टेंट प्रोफेसर के तकरीबन एक हजार पदों पर भर्ती
प्रस्तावित है। इसके लिए उच्च शिक्षा निदेशालय को पदों का अधियाचन उच्चतर शिक्षा
सेवा आयोग को भेजना होगा और इसके बाद ही आयोग भर्ती के लिए विज्ञापन जारी कर सकेगा
लेकिन नए आयोग के गठन की कवायद शुरू होने के बाद फिलहाल भर्ती फंस गई है।
शुक्रवार को अभ्यर्थियों ने उच्च शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन किया और उच्च शिक्षा निदेशक को ज्ञापन देकर मांग की कि पदों का अधिचायन शीघ्र ही उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को भेज दिया जाए। अभ्यर्थियों ने कहा कि इससे पहले वर्ष 2016 में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए विज्ञापन-47 जारी किया गया था लेकिन इसके बाद कोई विज्ञापन नहीं आया। प्रदर्शन में हरेंद्र तिवारी, पवन कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।
शुक्रवार को अभ्यर्थियों ने उच्च शिक्षा निदेशालय में प्रदर्शन किया और उच्च शिक्षा निदेशक को ज्ञापन देकर मांग की कि पदों का अधिचायन शीघ्र ही उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग को भेज दिया जाए। अभ्यर्थियों ने कहा कि इससे पहले वर्ष 2016 में असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती के लिए विज्ञापन-47 जारी किया गया था लेकिन इसके बाद कोई विज्ञापन नहीं आया। प्रदर्शन में हरेंद्र तिवारी, पवन कुमार सिंह आदि मौजूद रहे।